कविताओं का सम्बन्ध हमारी संवेदनाओं से है...
आर.पी. यादव
मन की गहराइयों से निकली ये हिंदी कविताएँ सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि भावनाओं की सच्ची अभिव्यक्ति हैं। यहाँ आपको प्रेम, विरह, प्रेरणा और जीवन के अनुभवों से जुड़ी ऐसी भावनात्मक कविताएँ मिलेंगी, जो आपके दिल की गहराइयों को स्पर्श करेंगी.
यहाँ प्रस्तुत हर कविता एक कहानी बयाँ करती है — कभी मेरी, कभी आपकी, तो कभी किसी अनजाने मन की. इन कविताओं में अभिव्यक्ति की उड़ान कविता के परंपरागत बंधनों से भी परे है, क्योंकि भावनाओं के प्रवाह पर कोई सीमा नहीं होनी चाहिए.
InsideMe पर हम आपके लिए चुनिंदा और मौलिक हिंदी कविता संग्रह लेकर आते हैं, जो न केवल पढ़ने योग्य हैं, बल्कि आत्मा से महसूस किए जाने योग्य भी हैं.
प्रस्तुत हैं कुछ ऐसी विशिष्ट कविताएँ, जो जीवन की विविध भावनाओं को शब्दों में पिरोती हैं…
जिन्दगी छोटी है
जिन्दगी छोटी है इसके बीच में छुपी जवानी, और भी छोटी है. कभी संभल जाती है कभी फिसल जाती है, मुठ्ठी की रेत है यह, आहिस्ते से फिसल जाती है ...
थोड़ा पीछे रहा करो
कुछ लोग बचपन और जवानी में ही वैराग्य की ओर मुड़ जाते हैं. उन्हें हिदायत देती यह कविता कहती है " अभी, उम्र से आगे क्यों हो , थोड़ा पीछे रहा करो. " ...
कल, आज और कल
अक्सर गुजरा हुआ सुनहरा वक्त, वर्तमान परिदृश्य में संदेहित हो जाता है . यकीन नही होता कि वास्तव में वह सच था या झूठ. "कल आज और कल " इसी को चित्रित कराती रचना है ...
पराई होती जिंदगी
पराई होती जिंदगी एक कविता के रूप में व्यक्ति की मज़बूरी चित्रित करता है. व्यक्ति अपने लिए कुछ नहीं कर पाता . उसकी अपनी ही जिंदगी उसके वश में नहीं होती ...
विचलन
विशवास की परिभाषा कुछ और तो नहीं ? प्रतीक्षा की सीमाएं कहीं युग तो नहीं ? दरकती संबंधों पर एक अनोखी कविता ...
ये आवाज़ बहुत दूर तक गयी होती
ये आवाज़, बहुत दूर तक गयी होती , गर उस ओर जाने वाली सड़क, किसी हादसे में न टूटी होती, ...