जिंदगी का आयाम ...

स्रोत:- उतार चढ़ाव एवं परिवर्तन जिंदगी
का अहम हिस्सा है और यही परिवर्तन
जीवन को परिभाषित करती है ।
जिंदगी है,
जीने के कई आयाम है,
कभी मशीन, कभी इंसान है
कभी देवता कभी शैतान है
कभी गुमनाम, कभी सरेआम है
कभी गीता कभी कुरान है
जिंदगी है,
जीने के कई आयाम है ।
जिंदगी है,
इसके कई नाम है
किसी के लिए सुबह
किसी के लिए शाम है,
कही दुश्मन कही मेहमान है
कभी मुसीबत कभी समाधान है
कभी रावण, तो कभी राम है,
जिंदगी है,
जीने के कई आयाम है ।
जिंदगी है,
इसके कई रूप है
कभी छाव कभी धूप है
कभी खूबसूरत, कभी कुरूप है
कभी सफल
कभी नाकाम है
जिंदगी है
जीने के कई आयाम है |
जिंदगी है,
इसके कई रंग है
कभी समझौता,कभी जंग है
कभी निराशा कभी उमंग है
कभी मालिक कभी गुलाम है
जिंदगी है,
जीने के कई आयाम है |
★★★