Rp Yadav

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

कुछ पुरुषों के अंदर

मुश्किल है चेहरे को समझना, किसी पहेली की तरह, कुछ पुरुषों के अंदर, एक जानवर छुपा होता है, मगरमच्छ की तरह.

कुछ पुरुषों के अंदर ...

कुछ पुरुषों के अंदर

( स्रोत : कुछ लोग ऐसे होते है जिन्हें देखकर अंदाजा लगना मुश्किल होता है की वास्तव में वे कितने खतरनाक है  )

 

कुछ पुरुषों के अंदर
एक जानवर छुपा होता है
मगरमच्छ की तरह,
निगाहे केंद्रित रहती है
किसी शिकार की तरफ
कब, किसे, कैसे,
निगल जाएगा वह,
यह अनिश्चित और अंजान है
किसी मौत की तरह
कुछ पुरुषों के अंदर
एक जानवर छुपा होता है
मगरमच्छ की तरह…

चेहरे की मासूमियत,
आंखों की चंचलता
हमदर्दी के चादर
सहयोग का सिलसिला
वक्त का उपयोग
ये कुछ औज़ार हैं,
किसी शिकार को
करीब लाने के लिए,
मुश्किल है चेहरे को समझना
किसी पहेली की तरह
कुछ पुरुषों के अंदर
एक जानवर छुपा होता है
मगरमच्छ की तरह…

वह भरोसे के काबिल है,
मेरे कदमों का साथी है
हर मोड़ का साक्षी है
वह फरिश्ता है
ये कुछ दाव हैं उसके
संबंधों के रास्ते करीब आने का
छुपा है एक दानव
मानव की भेष में
वह शांत है अभी
अवसर की तलाश में
किसी बाबा की तरह,
कुछ पुरुषों के अंदर
एक जानवर छुपा होता है
मगरमच्छ की तरह…
 
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