बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने नागरिकों को भूमि से जुड़ी सभी सेवाएँ अब ऑनलाइन उपलब्ध करा दी हैं।
आज हर नागरिक अपने घर बैठे अपनी ज़मीन की जमाबंदी, खाता संख्या, भू-नक्शा और स्वामित्व अभिलेख देख सकता है।
इस अभियान का उद्देश्य है — “हर भू-स्वामी तक सही डिजिटल भूमि रिकॉर्ड पहुँचाना।”
📜 भूमि सर्वेक्षण का इतिहास और वर्तमान स्थिति
1879–1882: ब्रिटिश काल में पहला Cadastral Survey (CS)
1950–1970: स्वतंत्र भारत का Revisional Survey (RS) — पुराने नक्शों का अद्यतन
2012 से अब तक: आधुनिक तकनीक (DGPS, GIS, Drone Mapping) से नया सर्वे
लक्ष्य: पूरे बिहार का डिजिटल रिकॉर्ड 31 दिसंबर 2026 तक पूरा करना
🕒 सर्वेक्षण कार्य की वर्तमान अवधि
बिहार सरकार ने विशेष भूमि सर्वेक्षण की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2026 तय की है।
पहले यह लक्ष्य जुलाई 2026 था, लेकिन स्कैनिंग और डेटा एंट्री में देरी को देखते हुए इसे बढ़ाया गया।
अब सभी ज़िलों में “स्व-घोषणा”, “वंशावली” और डिजिटल रिकॉर्ड सत्यापन कार्य चल रहे हैं।
💻 बिहार भूमि पोर्टल पर जमाबंदी ऑनलाइन कैसे देखें
Official Link: https://biharbhumi.bihar.gov.in/Biharbhumi/
Step-by-Step प्रक्रिया:
वेबसाइट खोलें किसी भी ब्राउज़र को खले और उसके URL में टाइप करे “biharbhumi.bihar.gov.in/Biharbhumi/ ”
District → Anchal → (Halka) → Mauja चुनें
Search Mode चुनें:
खाता संख्या से
खेसरा संख्या से
नाम (मालिक/पिता के नाम) से
विवरण भरें, Captcha डालें, और Search पर क्लिक करें।
परिणाम में खाता/खेसरा विवरण दिखेगा।
“View” पर क्लिक करें — पूरी Jamabandi रिपोर्ट खुलेगी।
ऊपर दिए Print / Download विकल्प से PDF सेव करें।
💡 यह सेवा पूरी तरह मुफ़्त और सरकारी पोर्टल पर उपलब्ध है।
⚠️ “डिजिटल कॉपी स्कैन नहीं की गई” संदेश का अर्थ
जब आप bhuabhilekh.bihar.gov.in पर रिकॉर्ड देखते हैं और यह संदेश आता है —
“इच्छित भूमि रिकॉर्ड की डिजिटल कॉपी अभी तक स्कैन नहीं की गई है।”
तो इसका अर्थ है कि उस रिकॉर्ड की स्कैनिंग या अपलोडिंग अभी तक नहीं हुई है।
संभव कारण:
स्कैनिंग अधूरी है या सर्वर पर अपलोड नहीं हुआ।
डेटा एंट्री या लिंकिंग लंबित है।
सिस्टम अपग्रेड के दौरान अस्थायी त्रुटि।
समाधान:
स्थानीय अंचल कार्यालय जाकर पुष्टि करें कि रिकॉर्ड स्कैनिंग सूची में है या नहीं।
Parimarjan Portal पर रिपोर्ट दर्ज करें।
कुछ दिन बाद पुनः प्रयास करें — स्कैनिंग अपडेट होने पर रिकॉर्ड उपलब्ध हो जाएगा।
🧩 Parimarjan (सुधार पोर्टल) क्या है?
Parimarjan / ParimarjanPlus पोर्टल बिहार सरकार की ऑनलाइन सुधार सेवा है जहाँ आप:
भूमि रिकॉर्ड की गलती (नाम, क्षेत्रफल, खेसरा) सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन की स्थिति (Status) ट्रैक कर सकते हैं।
संबंधित अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ Section)
1️⃣ खाता संख्या क्या है?
खाता संख्या (Khata Number) किसी व्यक्ति या परिवार की भूमि की यूनिक पहचान है।
इससे मालिक के नाम से दर्ज सभी खेसरे (Plots) एक साथ जुड़े रहते हैं।एक व्यक्ति के एक से अधिक खाता नम्बर हो सकते हैं यदि उसकी ज़मीन अलग-अलग मौजों में हो।
2️⃣ खतौनी, जमाबंदी और खाता संख्या में क्या अंतर है?
दस्तावेज़ अर्थ उपयोग खाता संख्या मालिक या परिवार की पहचान संख्या भूमि रिकॉर्ड खोजने के लिए खतौनी (Khatian) हर प्लॉट का क्षेत्रफल, भूमि प्रकार, फसल आदि विवरण कृषि व राजस्व प्रयोजन हेतु जमाबंदी (Jamabandi) पूरे खाते की स्वामित्व प्रविष्टि (Record of Rights) कानूनी स्वामित्व प्रमाण हेतु 3️⃣ भूमि अभिलेख (Bhu-Abhilekh) और भू-नक्शा (Bhu-Naksha) में क्या अंतर है?
बिंदु भूमि अभिलेख भू-नक्शा स्वरूप लिखित रिकॉर्ड नक्शा (Map) विवरण खाता, खेसरा, मालिक, कर विवरण प्लॉट का आकार, सीमा, स्थिति पोर्टल biharbhumi.bihar.gov.in bhunaksha.bihar.gov.in 4️⃣ भू-नक्शा कैसे देखें और डाउनलोड करें?
bhunaksha.bihar.gov.in खोलें।
जिला, अंचल, मौजा चुनें।
खेसरा संख्या डालें या नक्शे पर क्लिक करें।
भूमि विवरण देखें।
“Report / Print” पर क्लिक करें और PDF डाउनलोड करें।
5️⃣ CS और RS सर्वेक्षण में क्या अंतर है?
पहलू CS (Cadastral Survey) RS (Revisional Survey) काल 1879–1882 1950–1970 उद्देश्य पहला भूमि रिकॉर्ड तैयार करना पुराने रिकॉर्ड का अद्यतन तकनीक मैनुअल सर्वे आधुनिक डिजिटल सर्वे वर्तमान उपयोग ऐतिहासिक संदर्भ राजस्व रिकॉर्ड में मान्य 💡 निष्कर्ष
अब बिहार का भूमि रिकॉर्ड सिस्टम पूरी तरह डिजिटल युग में प्रवेश कर चुका है।
आप अपने खाता, जमाबंदी, भू-नक्शा और सुधार की जानकारी किसी भी समय ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
यह न केवल पारदर्शिता लाता है, बल्कि ज़मीन से जुड़े विवादों को भी घटाता है।📞 हेल्पलाइन और सहायता
DLRS Helpline: 1800-3456-215
ई-मेल:dlrs-bih@gov.in
वेबसाइट:biharbhumi.bihar.gov.in
कार्यालय: निदेशालय, भूमि अभिलेख एवं सर्वेक्षण (DLRS), पटना
✨ डिजिटल बिहार की ओर एक और कदम — “Online Bhumi Seva, Aapke Ghar Tak!”