Rp Yadav

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

दोस्ती वो तो नही

जीवन मे मित्रता एक ऐसा रिश्ता है  जहाँ किसी तरह का कोई शर्त नही होती. यह रिश्ता बहुत लचीला और मजबूत होता है.

दोस्ती वो तो नही...

दोस्ती वो तो नही

(स्रोत:- जीवन मे मित्रता एक ऐसा रिश्ता है 
जहाँ किसी तरह का कोई शर्त नही होती.
यह रिश्ता बहुत लचीला और मजबूत होता है.)

दोस्ती वो तो नही जिसमें,
बात करने के लिए
समय की पाबंदी हो,
शब्दों की सीमाएं हो,
विषय वस्तु की सूची हो
भाषा की विशेषज्ञता हो,
समर्थन का शर्त हो
भावनाओं का मेल हो
और शर्तों का खेल हो …
 
दोस्ती वो तो नही,
जिसे निभाने के लिए
शरीर का आकर्षण हो,
उम्र की सीमा हो,
सम्पन्नता की सबूत हो
आधुनिकता का प्रतीक हो ….
 
दोस्ती वो तो नही
जो विचारों की मतभेद से
बीमार हो जाय,
तर्कों की चोट से
घायल हो जाय
समय के करवटों से
किनारे हो जाय …
 
दोस्ती समझौता नही,
एक अनोखा बंधन है
यह शर्तो का पुल नही
भावनाओं का समंदर है
यह औपचारिकताओं से स्वतंत्र
दो दिलों का गठबंधन है
दोस्ती की परिभाषा
शब्दों के बाहर है
इसका मिल जाना
जीवन की सार्थकता है …

        ★★★

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