Rp Yadav

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

आज शनिवार है

रविवार आने की उत्सुकता सबको रहती है. इस दिन सामान्यत मौज मस्ती और किसी से मिलाने का वादा होता है. लेकिन रुकिए. आज शनिवार है एक दिन और इंतज़ार कीजिये.

आज शनिवार है ...

आज शनिवार है
पिछले कई दिनों से    
आ रहा हूं तुम्हारे पास,
दूरी थोड़ी और है
दिखने लगा है अब वो गांव
जहाँ तुम्हारा घर है
दिन जो बुलाता है हर दफ़ा
साथ गुजारने को
वह तो रविवार है
ठहरो, इंतजार करो, श्रृंगार करो,
फासला अभी एक दिन का है
“आज शनिवार है “
 
        ◆◆◆     

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